बढ़ते टिड्डी दल के चलते किसानो में दहशत का माहोल, फोरन नियंत्रण हेतु प्रशासन ने गठित की 4 टीमें।
हाल ही में राजस्थान के पश्चिमी जिलों में किसानों की चिंता बढ़ गई है। बता दें कि जैसलमेर एवं बाड़मेर जिलों में फसलों में टिड्डी दल की एंट्री हो गई है जो बड़ी चिंता का विषय बन गया है। इसका प्रमुख कारण अत्यधिक बारिश का होना बताया जा रहा है जिसके चलते यहां के खेतों में अधिक मात्रा में नमी बढ़ी है। जो टिड्डी दल की वृद्धि को बढ़ावा दे रही है। इस वातावरण के चलते के बच्चे पैदा हो रहे हैं जो फसलों के लिए बड़ा नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।
राजस्थान के 2 जिलो में पैदा हो रही टिड्डी दल
मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के जैसलमेर जिले में कई स्थानों पर टिड्डी दल की संख्या में वर्दी दर्ज की जा रही है, पल्सर किसानों की फसलों को नुकसान होने का अंदेशा बढ़ गया है, बढ़ रही टिड्डी दल के चलते नुकसान का अंदेशा जताया गया है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस साल पाकिस्तान से टीडी दल की एंट्री ना होकर स्थानीय स्थान से इनका प्रकोप बढ़ रहा है एवं संख्या लगातार बढ़ रही है।
साल 2020 में टिड्डियों ने किया था बड़ा नुकसान
आपको बता दे कि इससे पहले 2020 में भी टीडी दल का प्रकोप देखने को मिला था जो फसलों को पूर्ण रूप से प्रभावित किया था एवं फसल बर्बाद हो गई थी उसे समय टीडी दल भारत में पाकिस्तान से होते हुए एंट्री हुई थी और अधिकतर राजस्थान सहित हरियाणा के कुछ जिलों में भी नुकसान पहुंचा था।
टिड्डियो को खत्म करने हेतू 4 टीम रवाना
टिड्डी नियंत्रण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर श्री विरेन्द्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया है कि जैसलमेर के बाहरी इलाके विशेषकर मोहनगढ़ एरिया में टीडी दल का प्रकोप बढ़ रहा है इस हेतु विभाग द्वारा पुरजोर कोशिश की जा रही है ताकि इन टीडी दल पर नियंत्रण समय पर पाया जा सके फसलों को नुकसान ना हो, इसके अलावा फोरन 4 टिड्डी नियंत्रण टीम इस क्षेत्र में भेज दी गई है।
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